बच्ची के लिए जज ने पढ़ी कविता नन्ही परी खुश हो जाओ अब नहीं रुलाएगा शैतान

राजस्थान के कोटा में 6 साल के बच्चे के साथ मदरसे में दुष्कर्म के मामले में कोर्ट ने दोषी 43 वर्षीय मौलवी को सजा सुनाने के बाद साथ ही मार्मिक टिप्पणी की है
जज ने पढ़ी कविता
कोर्ट ने कहा कि ओ मेरी नन्ही परी अब खुश हो जाओ तुम्हें रुलाने वाले दुष्ट राक्षस को हमने सलाखों के पीछे भेज दिया है
‘ओ मेरी नन्ही मासूम परी रानी तुम खुश हो जाओ
तुम्हें रूलाने वाले दुष्ट राक्षस को हमने जिंदगी की आखिरी सांस तक के लिए सलाखों के पीछे भेज दिया है
अब तुम इस धरती पर निडर होकर अपने सपनों के खुले आसमान में पंख लगाकर उड़ सकती हो
तुम सदा हंसती रहो, चहकती रहो, बस यही प्रयास है हमारा’
कोर्ट ने दोषी क्यों अंतिम सांस तक जेल में सजा सुनाई गई है साथ ही उस पर ₹100000 का अर्थदंड भी लगाया गया है उल्लेखनीय है कि 13 नवंबर 2021 को कोर्ट के इलाके के बच्चों को पढ़ने वाला मौलवी उर्दू की तालीम 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था
बच्चे के पिता ने पुलिस थाने में 14 नवंबर 2021 को मामला दर्ज कराते हुए आरोपी आरोप लगाया था कि उसकी बच्ची दोपहर 3:00 बजे गई थी और शाम 4:00 बजे रोती हुई घर लौटने पर उसे घटना अनुसार सारी जानकारी दी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और बच्चों का पिता है पुलिस ने कोर्ट में 6 जनवरी 2022 को दिया था फरवरी में मौलवी के खिलाफ कोर्ट में आरोप तय हुआ था उनके बयान दिए थे अब तो उसके इस मामले में सजा सुनाई है