Movie prime

बेमियाद धरने पर बैठे सरपंच... चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर सील, दिल्ली के किसान आंदोलन जैसे प्रदर्शन का ऐलान

 

Haryana Sarpanch Protest: हरियाणा के सरपंचों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दिल्ली के किसान आंदोलन की तर्ज पर गुरुवार में चंडीगढ़ की सीमा पर बेमियादी धरना-प्रदर्शन लगाने का ऐलान कर दिया है। सरपंचों ने गुरुवार को बैठक कर यह ऐलान किया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक वह चंडीगढ़ की सीमा पर धरना लगाकर बैठेंगे। 

बुधवार को हुए लाठीचार्ज के बाद आज सरपंच एसोसिएशन ने धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। यहां हुई बैठक के बाद सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष रणबीर सैमण ने कहा कि अब किसान आंदोलन की तरह ही गांव-देहात बचाओ आंदोलन चलाया जाएगा। पुलिस लाठीचार्ज करने और सरपंचों के खिलाफ मामला दर्ज करने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सैमण ने कहा कि सरपंच जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं। एक तरफ सरपंचों को गांवों की सरकार कहा जाता है, दूसरी तरफ चंडीगढ़ आने से रोकने के लिए सम्मान के रूप में लाठियां मारी गई हैं।

सैमण ने कहा कि जब बीजेपी-जेजेपी के नेता गावों में आएंगे, तब इसी तरह से उनका सम्मान किया जाएगा। जब तक उनके अधिकार बहाल नहीं किए जाते तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों में लगातार संपर्क किया जा रहा है। रोजाना हर गांव से लोग ट्रॉलियों में भरकर यहां आएंगे। आंदोलन को मांगें पूरी नहीं होने तक चलाया जाएगा।

चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर पर काटी सरपंचों ने रात

पुलिस ने चंडीगढ़-पंचकूला रोड को सील कर दिया है। पुलिस लाठीचार्ज के बाद भड़के सरपंचों ने ऐलान कर दिया है कि वो अपने क्षेत्रों में सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को घुसने नहीं देंगे। अगर फिर भी वे गांवों में आते हैं तो खुद जिम्मेदार होंगे।

सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता और भट्टू एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रमोहन ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने जो बर्ताव उनके साथ किया है। वही बर्ताव सरकार के लोग जब गांव में आएंगे तो उनके साथ भी किया जायेगा। CM आवास के घेराव के लिए जा रहे सरपंचों पर बुधवार को पंचकूला में पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें 100 से अधिक सरपंच घायल हो गए। 


बॉर्डर पर पक्का धरना लगाकर बैठे सरपंचों ने कल CM के OSD भूपेश्वर दयाल को बैरंग लौटा दिया था। उनकी मांग है कि सीएम मनोहर लाल खुद यह बयान दें कि ई-टेंडरिंग वापस ले ली गई है। इसके बाद ही उनका धरना खत्म होगा। अब उन्हें किसी से कोई बातचीत नहीं करनी है।

आम आदमी पार्टी को मिला धरने का साथ
पंचकूला चंडीगढ़ बॉर्डर पर पंच और सरपंचों के धरने को समर्थन देने आम आदमी पार्टी की नेता चित्रा सरवारा और योगेश्वर शर्मा भी शामिल होने पहुंचे। महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने भी अपना समर्थन सरपंचों को देने की घोषणा की है। MLA बलराज कुंडू, AAP नेता चित्रा सरवारा और योगेश शर्मा ने कड़े शब्दों पंच सरपंचों पर किए गए लाठीचार्ज और बर्बरता पूर्ण व्यवहार की निंदा की है।

सरपंचों पर लाठीचार्ज की निंदा

इंडियन नैशनल लोकदल के प्रधान महासचिव व विधायक अभय सिंह चौटाला की परिवर्तन यात्रा लगातार तीसरे दिन हथीन विधानसभा क्षेत्र के गांवों से गुजरी। वर्ष 2019 में पार्टी की विधानसभा उम्मीदवार रहीं रानी रावत ने गांवों में चौटाला का स्वागत किया।

गुरुवार को हथीन से शुरू होकर गहलब, कौंडल, मोहदमका, खिल्लुका, गुराकसर, रूपडाका से होते हुए उटावड़ में चौटाला ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा JJP गठबंधन सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। उन्होंने सरपंचों पर किए गए लाठीचार्ज को खुली तानाशाही करार दिया।

यह परिवर्तन यात्रा जनता की आवाज़ को एकजुट व मुखर बनाने का काम कर रही है। सभाओं को संबोधित करते हुए इनेलो महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष रानी रावत ने कहा कि वर्तमान सरकार में पलवल की उपेक्षा की हुई है। ज़िले की तीनों विधानसभा सीटों पर सत्तारूढ़ दल के विधायक होते हुए भी पूरा ज़िला विकास के मामले में पिछड़ता जा रहा है।


सरपंच असोसिएशन के ज़िला प्रधान नज़रबंद

जिला पुलिस ने सरपंच असोसिएशन के फरीदाबाद अध्यक्ष सूरजपाल भूरा को उनके चांदपुर गांव स्थित घर पर ही नज़रबंद कर दिया। सूरजपाल भूरा ने पंचकूला में CM आवास का घेराव करने जा रहे सरपंचों पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में गुरुवार को बल्लभगढ़ में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की घोषणा की थी।

सूरजपाल भूरा का कहना है कि प्रदेशभर के सरपंच ई-टेंडरिंग के विरोध में बुधवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पंचकूला जा रहे थे। आरोप है कि पुलिस ने सरपंचों पर लाठीचार्ज किया है। इस विरोध में वह गुरुवार को बल्लभगढ़ लघु सचिवालय का लोकार्पण करने आ रहे मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन पुलिस गुरुवार सुबह ही उनके घर पर पुलिस पहुंच गई और उन्हें घर पर ही नज़रबंद कर दिया। सूरजपाल का कहना है कि पुलिस पूरी तरीके से तानाशाही रवैया अपनाए हुए है।