Holi 2023: हरियाणा में रंग-गुलाल और पिचकारी से सजा बाजार, होली पर दिखा उत्साह

Haryana News, Charkhi Dadari: रंगों के पर्व होली के नजदीक आते ही दादरी शहर के बाजारों में रंग, गुलाल की स्टालें सजने लगी हैं। दुकानों पर सजे रंग, गुलाल व पिचकारी लोगों को अपनी और आकर्षित कर रहे हैं। इस बार होली पर बांसुरी, मोटरसाइकिल, स्कूटर एवं पशु पक्षी की शक्ल सहित विभिन्न आकारों में पिचकारियां मौजूद हैं। बाजारों में 30 से लेकर दो हजार रुपये तक की कीमत पिचकारी मिल रही है।
बाजार में हर्बल गुलाल व रंगों की मांग भी अधिक है। नगर के व्यापारियों को इस बार होली पर्व पर अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है। इसके चलते नगर के दुकानदारों ने होली से एक सप्ताह पूर्व ही पर्व पर बिकने वाले सभी सामानों को दुकानों में सजाना जाना शुरू कर दिया था। वहीं बाजार में होली का पर्व नजदीक आते ही ग्राहकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। होली से दो दिन पहले परंपरागत रूप से बड़कुल्ला बनाए जा रहे है।
होलिका दहन से पूर्व महिलाएं इसे थाली में सजकर दहन स्थल तक लेकर जाती हैं और पूजा करने के बाद चढ़ाती है। इसके बाद शाम को होलिका दहन की जाती है।
शांति पूर्वक खेलें होली
जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा फौगाट ने कहा कि होली ही ऐसा पर्व है जो बिना किसी खर्च के पूर्ण उत्साह और उल्लास से मनाया जा सकता है। यह पकवानों का भी पर्व है। होली प्रेम-प्रतीति का, एकता और भाई-चारे का, मानवता, सौहार्द और अपनेपन का पर्व है।
उन्होंने आगे कहा कि होली पर सभी भेदभाव भुलाकर, गले मिल कर प्रेम बांटना चाहिए। दूसरे की भावना का ध्यान रख कर थोड़ा सा रंग लगाने से घर-परिवार और समाज में शांति और सौहार्द बना रहता है। जहां तक संभव हो अनावश्यक रूप से पानी की बर्बादी ना करें। भारतीय परंपरा के अनुसार बेहद सादगी लेकिन उल्लास के साथ होली का पर्व मनाएं।
सद्भावना से मनाएं पर्व
नगर परिषद चेयरमैन बक्शीराम सैनी ने कहा कि होली रंगों का ही नहीं बल्कि आपसी भाईचारे का भी पर्व है। हमें इस पर्व को एक दूसरे के साथ खुशियों के साथ मिलकर मनाना चाहिए। जो भी भेदभाव, मनमुटाव हमारे बीच हैं हमें उसे भूल जाना चाहिए और रंगों के इस पर्व को धूमधाम के साथ मनाएं। हमें एक बात और याद रखनी है कि कोई भी ऐसा कार्य या मजाक किसी के साथ नहीं करना चाहिए जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।