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Haryana News: पीजीटी-टीजीटी भर्ती में कम आय वालों की हुई मौज; सीएम मनोहर लाल ने स्पष्ट किया 50 और 40 अतिरिक्त अंक

पहले चरण में 23 नवंबर को 2075 टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों को इसी प्रकार ऑनलाइन जॉब ऑफर लेटर प्रदान किए गए थे। इसी प्रकार, 2 दिसंबर को 2069 अध्यापकों को जॉब ऑफर लेटर जारी किए गए। निगम का कहना है कि पहले चरण में 2075 टीजीटी-पीजीटी की भर्ती के समय दिए गए डिप्लॉयमेंट लेटर में कुछ तकनीकी खामियां रह गई थीं। इन्हें अब दुरुस्त कर दिया गया है।

 

हरियाणा कौशल रोजगार निगम की टीजीटी-पीजीटी भर्ती को लेकर उठ रहे सवालों के बीच प्रदेश सरकार ने साफ किया है कि इस भर्ती में अंत्योदय परिवारों के अभ्यर्थियों को अतिरिक्त अंक दिए गए हैं। उन अंत्योदय परिवारों के अभ्यर्थियों को जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम है, उन्हें कुल 150 अंकों की मेरिट में अतिरिक्त 50 अंक और जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है उन्हें 40 अंक दिए गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि इस पहल से सामाजिक और आर्थिक आधार पर पिछड़े लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।

पीजीटी-टीजीटी भर्ती के मानदंड और चयन प्रकिया सार्वजनिक नहीं करने का मामला अमर उजाला ने पांच और छह दिसंबर के अंक में उठाया था। चयन सूची से बाहर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती को लेकर कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई और आनन-फानन पोर्टल पर भरे गए दस्तावेजों के आधार पर ही जॉब ऑफर लेटर दे दिए गए। 

अभ्यर्थियों की मांग है कि पूरी भर्ती प्रकिया और चयनित अभ्यर्थियों के अंक व क्राइटेरिया सार्वजनिक किया जाए। अमर उजाला में समाचार प्रकाशित होने के बाद प्रदेश सरकार ने मानदंड जारी किए। हालांकि, इसके बावजूद अभी तक मेरिट सूची जारी नहीं हो पाई है। इस मामले को लेकर विपक्ष भी लगातार सरकार पर हमलावर है। मंगलवार को हरियाणा सरकार ने फिर दावा किया कि भर्ती पूरी तरह से पादर्शिता तरीके से की गई है।

4800 और को जल्द मिलेंगे ऑफर लेटर
पहले चरण में 23 नवंबर को 2075 टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों को इसी प्रकार ऑनलाइन जॉब ऑफर लेटर प्रदान किए गए थे। इसी प्रकार, 2 दिसंबर को 2069 अध्यापकों को जॉब ऑफर लेटर जारी किए गए। निगम का कहना है कि पहले चरण में 2075 टीजीटी-पीजीटी की भर्ती के समय दिए गए डिप्लॉयमेंट लेटर में कुछ तकनीकी खामियां रह गई थीं। इन्हें अब दुरुस्त कर दिया गया है।

हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से अब तक 4144 अध्यापकों को जॉब ऑफर लेटर प्रदान किए जा चुके हैं। 4800 से अधिक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। निगम का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग व हरियाणा मानव संसाधन विभाग के डाटा अनुमोदित करने के बाद भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री ने जानकारी ली तो भावुक हुए उम्मीदवार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जब अभ्यर्थियों से उनके चयन को लेकर बात की तो कई अभ्यर्थी भावुक हो गए। हिसार के बुगाना गांव की अल्पना से मुख्यमंत्री ने पूछा कि आप अपने मोबाइल पर निगम से प्राप्त एसएमएस देखे तो उनका जवाब था हां सर, अभी देख रही हूं। इस पर मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या आप नौकरी करोगी तो उन्होंने कहा कि इसीलिए फार्म भरा है। मुख्यमंत्री ने पूछा कि नौकरी करते हो तो अल्पना का जवाब था कि जी सर, प्राइवेट स्कूल में आठ हजार रुपये मासिक वेतन पर टीजीटी हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कम से कम 25 हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा। इस पर अध्यापक भावुक हो गई। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने कनीना, महेंद्रगढ़ की कविता रानी, यमुनानगर के सरस्वती नगर के प्रिंस, मनोज, ममता से फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग और हरियाणा लोक सेवा आयोग की नियमित भर्ती में भी आवेदन करने की सलाह उम्मीदवारों को दी।

मुख्यमंत्री का जताया आभार
इस प्रकार अनुबंध आधार पर नौकरी देने की पेशकश के लिए कुछ अध्यापकों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है। अध्यापकों का कहना है कि निजी स्कूलों में उन्हें 8-10 हजार रुपये मासिक वेतन मिलता है। वहीं निगम के माध्यम से लगे टीजीटी अध्यापकों को 25 हजार रुपये व पीजीटी अध्यापकों को 29 हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा।

1500 चालकों की भर्ती जल्द, विभिन्न विभागों ने 4200 पदों की मांग भेजी
हरियाणा कौशल रोजगार निगम हाल ही में मंत्रिमंडल की बैठक में डायल 112 वाहन के लिए 1500 ड्राइवरों के पद भरने की मंजूरी पर कार्य कर रहा है। शीघ्र ही इसकी भर्ती प्रक्रिया पूरी होनी अपेक्षित है। जल्द ही इसके लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। 

इसके अलावा अन्य विभागों में 4200 पदों की मांग निगम के पास आ चुकी है। इनकी भी भर्ती प्रक्रिया शुरू की जानी है। अब तक आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत एजेंसियों के माध्यम से अनुबंध आधार पर पहले से लगे लगभग 90 हजार से अधिक कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से समायोजित किया जा चुका है।

अभ्यर्थियों को ये हैं आशंकाएं
अभ्यर्थियों को द्वारा पीपीपी में भरी गई आय की प्रामाणिकता क्या है
पीपीपी डाटा में फर्जीवाड़े से पहले बुजुर्गों की पेंशन कटी थी
अभ्यर्थियों की ओर से पोर्टल पर डाले गए निजी स्कूलों के अनुभव प्रमाण पत्रों की जांच क्यों नहीं हुई

अभ्यर्थियों की मांग 
नियुक्ति से पहले आय की प्रामाणिकता और अनुभव की जांच हो