हरियाणा में परिवार पहचान पत्र से पकड़े गए 37 लाख फर्जी लेन- देन, जाने आप भी तो नहीं घेरे में
चंडीगढ़ :- हरियाणा सरकार को परिवार पहचान पत्र के जरिए भ्रष्टाचार से निपटने और अंत्योदय तक सरकारी Schemes का लाभ पहुंचाने में बड़ी सफलता मिली है. बता दें कि परिवार पहचान पत्र (PPP) के जरिए 37 लाख फर्जी लेन- देन सामने आए हैं. कार्रवाई की वजह से जो लोग गलत तरीके से योजनाओं का लाभ ले रहे थे, उन पर भी रोक लग गई है. इससे सरकारी खजाने में करीब 1200 करोड रुपए की Saving हुई है.
37 लाख फर्जी लेन- देन आए सामने
CM मनोहर लाल खट्टर की तरफ से आधार कार्ड के लाभ पर आधारित कार्यशाला मे यह जानकारी दी गई. साथ ही सीएम ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारों की जन कल्याण योजना व सेवाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए आधार कार्ड और परिवार पहचान पत्र महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गए हैं. इनके जरिए आसानी से पात्र व अपात्र लाभार्थियों की पहचान हो जाती है.
PPP के जरिये लोगों को मिला 150 से अधिक योजनाओं का लाभ
वही आज के आधुनिक युग में इस System में बायोमेट्रिक के साथ-साथ चेहरा और आवाज पहचान करने वाली मशीनों की भी आवश्यकता है. CM ने कहा कि 4 साल की मेहनत के बाद आज PPP पोर्टल पर लगभग 70 लाख परिवारों और 2.60 करोड़ सदस्यों का पंजीकरण किया गया है. लोगों को 150 से अधिक योजनाओं का लाभ परिवार पहचान पत्र (PPP) के जरिए पहुंचाया गया है.
इस योजना ने दिया 32000 लोगों को रोजगार
वृद्धावस्था पेंशन, जाति प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, राशन कार्ड और आय प्रमाण पत्र को भी परिवार पहचान पत्र के माध्यम से बनवाया जा रहा है. विवाह Registration को पीपीपी से जोड़ने के बाद जन्म व मृत्यु का डाटा भी पीपीपी से जोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री अंतोदय परिवार उत्थान योजना ने 32000 से ज्यादा लोगों को Job दिया गया है. वही सीएम परिवार समृद्धि योजना के तहत 1.8 लाख रूपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों को 6000 रूपये वार्षिक राशि दी जा रही है.