चंडीगढ़, हरियाणा – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को ऐलान किया कि राज्य के अंबाला जिले में पुराने एनएच-73 (अब नए एनएच-344) को जोड़ने की मंजूरी दे दी गई है। यह सड़क परियोजना किमी. 118.792 से 125.978 तक फैली हुई होगी, जो साहा बाईपास को जोड़ते हुए बनी है। इस परियोजना के जरिए अंबाला जिले के यातायात को और भी बेहतर बनाने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि साहा चौक पर मिसिंग प्वाइंट को कवर करने के लिए डीपीआर (Detailed Project Report) बनाने के निर्देश केंद्रीय मंत्री द्वारा दिए गए हैं। इससे संबंधित सड़क निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार डी एस ढेसी, नगर एवं योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण कुमार गुप्ता, और कई अन्य सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे।
यातायात में सुधार और सड़क निर्माण की नई पहल
इस नए सड़क नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य अंबाला जिले के यातायात को सुगम बनाना और बायपास क्षेत्र के यातायात को बिना किसी रुकावट के बढ़ाना है। इस परियोजना के जरिए साहा बाईपास से जुड़े क्षेत्रों में यातायात की रफ्तार तेज होगी, जिससे लोगों को जाम और लंबी दूरी की यात्रा में होने वाली समस्याओं से राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि यह सड़क परियोजना केंद्र सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के सहयोग से शुरू की जा रही है और इसे केंद्रीय मंत्री ने मंजूरी दी है। साथ ही, सैनी ने यह भी कहा कि इस सड़क परियोजना को जल्द से जल्द लागू करने के लिए सभी प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे।
हिसार के यातायात जाम से मिलेगी राहत
एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा में, मुख्यमंत्री ने कहा कि हिसार के भारी यातायात जाम से निजात दिलाने के लिए रिंग रोड बनाने की मंजूरी दी गई है। हिसार में जाम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही थी, और इसके समाधान के लिए रिंग रोड का निर्माण एक प्रभावी कदम साबित हो सकता है। इस वैकल्पिक सड़क के निर्माण से न केवल हिसार शहर में यातायात का दबाव कम होगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों से भी सड़कें जुड़ेंगी, जो यात्रा को और अधिक सुगम बनाएंगी।
इसका उद्देश्य हिसार से गुजरने वाले भारी वाहनों को शहर के अंदर से बाहर निकाला जाएगा, जिससे शहर के नागरिकों को राहत मिलेगी और उन्हें यातायात के कम दबाव का सामना करना पडे़गा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जल्द ही रिंग रोड के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार की जाएगी और काम की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को इस परियोजना की जल्द शुरूआत के लिए दिशा-निर्देश भी दिए।
सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों की उपस्थिति
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार के कई प्रमुख अधिकारी मौजूद थे। इनमें शामिल थे:
- केंद्र सरकार के अधिकारियों जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार यादव
- हरियाणा सरकार के मंत्री और अधिकारी जैसे रणबीर गंगवा, मोहनलाल बडोली, वी उमाशंकर, डी एस ढेसी, अरुण कुमार गुप्ता, अनुराग अग्रवाल और राजीव जेटली।
इस आयोजन में सभी ने इस परियोजना की महत्वता पर जोर दिया और इस बात पर चर्चा की कि इससे न केवल अंबाला और हिसार के यातायात की समस्या हल होगी, बल्कि हरियाणा के अन्य क्षेत्रों में भी इसके सकारात्मक प्रभाव देखे जाएंगे।
इस परियोजना से होने वाले लाभ
- यातायात का सुगम होना: अंबाला जिले में यातायात की रफ्तार में वृद्धि होगी, और इससे क्षेत्र के लोगों को लंबे समय से हो रही परेशानियों से राहत मिलेगी।
- हिसार में जाम की समस्या का समाधान: रिंग रोड के निर्माण से हिसार में होने वाली भारी जाम की समस्या को खत्म किया जा सकेगा, जिससे शहर के भीतर का यातायात और अधिक आसान हो जाएगा।
- आर्थिक विकास: इन परियोजनाओं के शुरू होने से स्थानीय व्यापार और उद्योगों को भी लाभ होगा क्योंकि सड़क नेटवर्क में सुधार होने से मालवाहन का समय और लागत कम होगी।
हरियाणा सरकार द्वारा अंबाला जिले के एनएच-73 (अब एनएच-344) और हिसार शहर में रिंग रोड बनाने की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिससे न सिर्फ यातायात में सुधार होगा, बल्कि यह हरियाणा राज्य के आर्थिक विकास में भी योगदान करेगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की इस पहल से लोगों को यातायात के मुद्दों से राहत मिलेगी और राज्य की विकास यात्रा को नई दिशा मिलेगी।