हरियाणा के जींद जिले के लिए एक नई सुबह की शुरुआत होने जा रही है। जींद, जो हमेशा से प्रदेश की राजनीतिक राजधानी के रूप में पहचाना जाता रहा है, अब उद्योग और व्यापार के लिहाज से भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने वाला है। राज्य सरकार ने इस जिले के पीलूखेड़ी क्षेत्र में एक विशाल औद्योगिक क्षेत्र (New Industrial Area in Jind) स्थापित करने का फैसला किया है, जो न केवल जिले के विकास को गति देगा, बल्कि लाखों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा।
3800 एकड़ में बनेगा नया औद्योगिक क्षेत्र (New IMT in Haryana)
हरियाणा सरकार ने जींद जिले के पीलूखेड़ी क्षेत्र में 3800 एकड़ भूमि में एक नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की योजना बनाई है। यह औद्योगिक क्षेत्र नेशनल हाईवे 152-डी और जम्मू-कटरा एक्सप्रेसवे (Jammu-Katra Expressway) के मध्य स्थित होगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी। जींद जिले में यह नया औद्योगिक क्षेत्र सरकार के विकास योजनाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा, जिससे न केवल क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी, बल्कि प्रदेश को भी एक नया औद्योगिक केंद्र मिलेगा।
औद्योगिक क्षेत्र के लिए किसानों से मिली सहमति
सरकार ने इस परियोजना के लिए पीलूखेड़ा क्षेत्र के किसानों से भूमि की मांग की थी। ई-भूमि पोर्टल पर किसानों से जमीन की बिक्री के लिए आवेदन मांगे गए थे। अब तक किसानों ने इस प्रस्ताव पर सहमति दी है और अपने भूमि का एक हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र के लिए देने का निर्णय लिया है। इस योजना को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 की शुरुआत तक इस परियोजना पर काम शुरू हो सकता है।
साइट-वन पर शुरू होगा काम, दो हजार एकड़ की भूमि की आवश्यकता
इस औद्योगिक क्षेत्र की पहली साइट (Site-1) पर काम शुरू करने के लिए सरकार को लगभग 2000 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए खरक गादियां गांव, ढाठरथ, जामनी, खेड़ी तलोडा और अमरावली खेड़ा जैसे गांवों की भूमि को चिह्नित किया गया है। सरकार ने इन गांवों से भूमि की सहमति प्राप्त कर ली है, और जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, काम को शुरू कर दिया जाएगा।
साइट-2 का निर्माण, 1800 एकड़ भूमि पर होगा काम
हरियाणा सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र के दूसरे हिस्से के निर्माण के लिए 1800 एकड़ भूमि की मांग की है। पीलूखेड़ा क्षेत्र में बनने वाली साइट-2 के लिए जामनी, भूरान और अमरावली खेड़ा जैसे गांवों से भूमि प्राप्त की जाएगी। किसानों से यह भूमि प्राप्त करने के बाद इस क्षेत्र में औद्योगिक कार्य शुरू हो जाएगा, जिससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
जींद जिला: एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे से होगा कनेक्ट
जींद जिला स्थित है जहां से 6 प्रमुख नेशनल हाईवे गुजरते हैं। इनमें से नेशनल हाईवे 152-डी, दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे, ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे और जींद सोनीपत नेशनल हाईवे 352 ए शामिल हैं। इसके अलावा, जींद-रोहतक-संगरूर नेशनल हाईवे 352 भी शुरू हो चुका है। इन एक्सप्रेसवे के बनने से जींद जिले की कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार होगा, जिससे जिले में निवेशकों की संख्या में वृद्धि होगी और औद्योगिक क्षेत्र की सफलता सुनिश्चित होगी।
रोजगार के अवसर और किसानों की स्थिति में सुधार
जींद जिले में नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित होने के बाद यहां के युवाओं के लिए रोजगार के ढेर सारे अवसर खुलेंगे। वर्तमान में जींद जिले के कई युवा रोजगार की तलाश में दूसरे शहरों में पलायन कर रहे हैं, लेकिन औद्योगिक क्षेत्र के आने से यहां की युवा शक्ति को घर वापस बुलाया जाएगा। इसके अलावा, इस परियोजना से किसानों को भी लाभ होगा क्योंकि उनकी जमीनों के मूल्य में भारी वृद्धि होगी। इस तरह से, जींद के लोग और किसान दोनों को इस औद्योगिक क्षेत्र से बड़ा लाभ होने की उम्मीद है।
उम्मीदें और संभावनाएँ
इस परियोजना के सफल होने के बाद जींद जिला न केवल हरियाणा की राजनीतिक बल्कि औद्योगिक राजधानी के रूप में भी पहचाना जाएगा। सरकार का यह कदम न केवल जींद के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पूरे हरियाणा प्रदेश के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद जींद में बुनियादी ढांचे का विकास, व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि और युवाओं के लिए रोजगार की कमी दूर होगी।
कुल मिलाकर, जींद जिले में स्थापित होने जा रहे इस नए औद्योगिक क्षेत्र से न केवल जींद बल्कि समूचे हरियाणा के आर्थिक विकास में तेज़ी आएगी। इस क्षेत्र की उन्नति से उम्मीद की जा रही है कि यहां के लोग बेहतर जीवन स्तर की ओर बढ़ेंगे और राज्य को भी औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।