Punjab Breaking News : पंजाब में इंटरनेट सेवाएं की गयी बंद, जानें वजह?

Punjab News- गृह एवं कानून विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य में रविवार मध्याह्न 12 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयी हैं। विभाग ने ‘कुछ लोगों’ द्वारा हिंसा भड़काये जाने की आशंका से यह आदेश जारी किया है।
कट्टरपंथी अमृतपाल के काफिले को रोका
शनिवार को जालंधर जिले के मेहातपुर गांव में अमृतपाल के काफिले को पुलिस ने रोका। अमृतसर में अमृतपाल के मूल स्थान जल्लुपुर खेरा गांव के समीप सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गयी है।
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के कुछ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो साझा कर दावा किया कि पुलिसकर्मी उनका पीछा कर रहे हैं।
एक वीडियो में अमृतपाल एक वाहन में बैठा भी देखा जा सकता है और उसके एक सहयोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मी ‘भाई साहब’ (अमृतपाल) के पीछे पड़े हैं।
एक अन्य समर्थक ने वीडियो साझा किया है, जिसमें वह दावा कर रहा है कि पुलिसकर्मी उसका पीछा कर रहे हैं।
शांति सदभाव बनाए रखने की अपील
इस बीच पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति एवं सद्भाव बनाये रखने की अपील की है।
उसने ट्वीट किया कि सभी नागरिकों से पंजाब में शांति-सद्भाव बनाये रखने का अनुरोध है। पुलिस कानून व्यवस्था कायम रख रही है। नागरिकों से नहीं घबराने तथा फर्जी खबरें एवं नफरत भरे भाषण नहीं फैलाने का अनुरोध है।
राज्य के गृह विभाग ने कुछ लोगों द्वारा हिंसा भड़काये जाने की आशंका का हवाला देते हुए इंटरनेट सेवाएं निलंबित रखने का आदेश दिया है।
आदेश में कहा गया है कि पुलिस महानिदेशक इस बात को हमारे संज्ञान में लाये हैं कि समाज के कुछ तबके हिंसा भड़काकर, व्यापक हिंसा फैलाकर कानून व्यवस्था के लिए खतरा उत्पन्न कर सकते हैं, क्योंकि उनका एकमात्र लक्ष्य सांप्रदायिक तनाव, उन्माद फैलाना, एवं जानमाल हेतु खतरा पैदा करना है।
19 मार्च तक इंटरनेट सेवाएं बंद
आदेश में कहा गया है कि इसलिए यह निर्देश दिया जाता है कि पंजाब में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैकिंग एवं मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) मोबाइल नेटवर्कों पर प्राप्त डोंगल सेवाएं (वॉयस कॉल को छोड़कर) जन सुरक्षा, हिंसा एवं भड़कावे को रोकने, शांति एवं व्यवस्था को बिगड़ने से रोकने के लिए 18 मार्च 12 बजे से 19 मार्च 12 बजे तक निलंबित रहेंगी।
पिछले महीने खलिस्तानी समर्थक अमृतपाल और उसके समर्थक तलवारें और पिस्तौल लहराते हुए अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाने में घुस गए थे। इस दौरान, अमृतपाल के एक करीबी को छुड़ाने के लिए उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। उस घटना में एक पुलिस अधीक्षक समेत छह पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हुए थे।